
बैराज का गेट बंद होने से महानदी सूखी, बोरिंग फेल—अस्पताल और आमजन हो रहे परेशान
पानी के लिए हाहाकार, ग्रामीणों को करना पड़ रहा है पानी का इंतज़ाम
नगर पंचायत पुसौर में इन दिनों पानी की विकट समस्या सामने आई है। हालात यह हैं कि नगर क्षेत्र में लोग पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं और ग्रामीण इलाकों से पानी लाने को मजबूर हैं।
महानदी सूखने से गिरा जलस्तर, बोरिंग से निकल रही कीचड़
पुसौर नगर पंचायत के अध्यक्ष ने ‘आपकी आवाज़’ से चर्चा में बताया कि बैराज का गेट लंबे समय से बंद है, जिससे महानदी का जलस्तर पूरी तरह से गिर गया है। इसका सीधा असर पुसौर क्षेत्र के भूजल स्तर पर पड़ा है। बोरिंग से पानी की बजाय अब सिर्फ कीचड़ और गीली मिट्टी निकल रही है, जिससे समस्या और गंभीर हो गई है।
जिला प्रशासन से की गई हस्तक्षेप की मांग
अध्यक्ष ने बताया कि इस गंभीर समस्या को लेकर नगर पंचायत प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर से मुलाकात की और आग्रह किया कि बैराज का कम से कम एक गेट खोला जाए, जिससे नदी में फिर से बहाव शुरू हो सके और जलस्तर सामान्य हो।
स्थायी समाधान के लिए पाइपलाइन बिछाने की मांग
अध्यक्ष ने कहा कि पुसौर और आसपास के इलाकों में गर्मियों में यह स्थिति हर साल बनती है। इसका स्थायी समाधान केवल तब संभव है जब बैराज से सीधे पाइपलाइन डालकर नगर पंचायत क्षेत्र में जलापूर्ति की जाए। इससे न केवल आमजन को राहत मिलेगी, बल्कि अस्पताल जैसे जरूरी स्थलों पर भी पानी की समस्या समाप्त होगी।
कलेक्टर ने दिया आदेश, अमल का इंतज़ार
नगर पंचायत अध्यक्ष के अनुसार, कलेक्टर ने समस्या को गंभीर मानते हुए एसडीएम रायगढ़ को निर्देशित किया है कि फिलहाल बैराज का एक गेट खोला जाए। हालांकि, आज की तारीख तक बैराज से पानी नहीं छोड़ा गया है। अब देखना यह है कि प्रशासनिक आदेशों पर कब अमल होता है और जनता को कब राहत मिलती है।